लता मंगेशकर ने यूं तो कई हिंदी गीतों में अपनी आवाज़ दी , हिंदी के अलावा कई ऐसी भारतीय भाषाएँ भी रही जिसमें हम उनकी आवाज़ का आनंद उठा सकते हैं .कई बार हैरानी होती है कि उस भाषा कि समझ न होने पर भी कोई गायक /गायिकी कैसे इतनी आसानी से उस गाने को न सिर्फ गा जाती है ,बल्कि ये एहसास भी नहीं होने देतीं कि उस भाषा कि उसे समझ नहीं .
फिलहाल गड्वाली ज़ुबान का एक एक गीत.
मन भरमैगे मेरी...सुधबुध ख्वेगे,
मन भरमैगे मेरी...सुधबुध ख्वेगे,
सुणी तेरी बां-सु-री सुर,
सुणी तेरी बांसुरी सुर,
बण मा सुरे-सुर बांसुरी...
बण मा सुरे सुर !!
बण मा सुरे-सुर बांसुरी...
बण मा सुरे सुर !!
Arranged_ Manmohan Bhatt
भौंरा... पुतला फूल छोड़ीक,
चखुला अपणा घोल छोड़ीक
रंगमत ह्वेकि ऐ गिना तेरी धुन सुणीक,
रंगमत ह्वेकि ऐ गिना तेरी धुन सुणीक,
सुरीली धुन सुणीक
गोरू-बखरों की टोली कट्ठी हुण लेगे
गोरू-बखरों की टोली कट्ठी हुण लेगे
सुणी तेरी बांसुरी सुर
सुणी तेरी बां-सु-री सुर
बण मा सुरे-सुर बांसुरी...
बण मा सुरे सुर !!
बण मा सुरे-सुर बांसुरी...
बण मा सुरे सुर !!
डाली बोटी सभी झूमी–झूमी क
धरती पे देखा चूमी-चूमी क
ने मौल्यार लेंण लगिनी
तेरी धुन सुणी क
ने मौल्यार लेंण लगिनी
तेरी धुन सुणी क
रसीली धुन सुणीक
हिवांली कांठी ह्युं गलण लेग्ये
हिवांली कांठी ह्युं गलण लेग्ये
सुणी तेरी बांसुरी सुर
सुणी तेरी बां-सु-री सुर
बण मा सुरे-सुर बांसुरी...
बण मा सुरे सुर !!
बण मा सुरे-सुर बांसुरी...
बण मा सुरे सुर !!
कोंपाली फून्क्यूँ मा मूल मूल
हेंसण लेगिन बणी तें फूल
मठु मठु हवा चलण लग्ये
सुण बांसुरी सुर
मठु मठु हवा चलण लग्ये
सुण बांसुरी सुर
सुण बांसुरी सुर
गाड गदिन्यु स्वीन्स्याट
कम होण लगी
गाड गदिन्यु स्वीन्स्याट
कम होण लगी
सुणी तेरी बांसुरी सुर
सुणी तेरी बां-सु-री सुर
बण मा सुरे-सुर बांसुरी...
बण मा सुरे सुर !!
बण मा सुरे-सुर बांसुरी...
बण मा सुरे सुर !!
0 Comments